अपने निवेश के कई प्रकार सुने हैं एक प्रकार हैं FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) और RD (रिकरिंग डिपॉजिट) दोनों ही बचत के निवेश का अच्छा तरीका हैं निवेशक अपने जरुरत के अनुसार निवेश करता हैं। आईए जानते हैं FD (Fixed Deposit) और RD (Recurring Deposit) के बारे में विस्तार से।
FD और RD अकाउंट में क्या अंतर हैं ?
FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) और RD (रिकरिंग डिपॉजिट) दोनों बैंक खाता प्रकार हैं और इन दोनों में कुछ अंतर होता है। नीचे दिए गए हैं:
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD):FD खाते में जमा की गई राशि और म्युच्युअरिटी पीरियड के अनुसार बैंक आपको निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है।
FD खाते में आपको सामान्यतः प्रीमेचर विथड्रॉवल (पहले से निकालना) की सुविधा नहीं होती, या फिर उसकी शर्तें सख्त होती हैं और पेनल्टी लग सकती है।
FD खाते की म्युच्युअरिटी के बाद आपको जमा की गई राशि और ब्याज मिल जाता है।
रिकरिंग डिपॉजिट (RD):
RD खाते में आप निश्चित समयावधि (तेनुर) के लिए नियमित अंतराल में निश्चित राशि जमा करते हैं। यानी हर महीने आप एक निश्चित राशि जमा करते हैं।
RD खाते की समयावधि भी आप स्वयं निर्धारित कर सकते हैं, जैसे कि आप 6 महीने, एक साल, दो साल आदि के लिए रख सकते हैं।
RD खाते में जमा की गई हर इंस्टॉलमेंट के लिए बैंक आपको निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है।
RD खाते में प्रीमेचर विथड्रॉवल की सुविधा होती है, लेकिन उसके लिए भी बैंक के नियम और शर्तें होती हैं और पेनल्टी लग सकती है।
RD खाते की म्युच्युअरिटी के बाद आपको जमा की गई राशि और ब्याज मिल जाता है।
जमा राशि का अंतर (Difference in Deposit Amount):
FD: एक FD खाते में आप एक बार में एक बड़ी राशि जमा करते हैं, जो तय की गई समयावधि के लिए बैंक में रखी जाती है। उदाहरण के लिए, आपने एक FD खाते में 1,00,000 रुपये जमा किए हैं।
RD: RD खाते में आप नियमित अंतराल (जैसे हर महीने) में निश्चित राशि जमा करते हैं। उदाहरण के लिए, आप हर महीने 5,000 रुपये RD खाते में जमा करते हैं।
ब्याज दर का अंतर (Difference in Interest Rate):
FD: FD खाते में जमा राशि पर तय की गई म्युच्युअरिटी पीरियड के दौरान बैंक द्वारा निश्चित ब्याज दर प्रदान की जाती है। उदाहरण के लिए, आपकी FD पर बैंक द्वारा 6% वार्षिक ब्याज दर निर्धारित की गई है।
RD: RD खाते में नियमित जमा की गई हर राशि पर बैंक द्वारा निश्चित ब्याज दर प्रदान की जाती है। उदाहरण के लिए, आपके RD खाते में जमा की गई हर मासिक 5,000 रुपये पर बैंक द्वारा 7% वार्षिक ब्याज दर निर्धारित की गई है।
FD: आप स्वयं निर्धारित कर सकते हैं कि आप अपनी FD की म्युच्युअरिटी पीरियड को कितने समय के लिए रखना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, आपने अपनी FD की म्युच्युअरिटी पीरियड को 1 साल के लिए तय किया है।
RD: RD खाते में भी आप स्वयं निर्धारित कर सकते हैं कि आप अपनी RD को कितने समय के लिए रखना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, आपने अपनी RD की म्युच्युअरिटी पीरियड को 2 साल के लिए तय किया है।
प्रीमेचर विथड्रॉवल की सुविधा (Premature Withdrawal Facility):
FD: फिक्स्ड डिपॉजिट में प्रीमेचर विथड्रॉवल (पहले से निकासी) की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है, या फिर उसकी शर्तें सख्त होती हैं और पेनल्टी लग सकती है।
चलिए मैं एक उदाहरण के माध्यम से FD और RD के बीच के अंतर को समझाता हूँ:
उदाहरण के रूप में, वहां एक व्यक्ति है जिसके पास 5,00,000 रुपये हैं। वह इस राशि को 5 साल के लिए निवेश करना चाहता है।
FD (फिक्स्ड डिपॉजिट):
यदि वह अपने पूरे राशि को FD में जमा करता है, तो उसे बैंक द्वारा प्रदत्त निश्चित ब्याज दर के आधार पर ब्याज की राशि मिलेगी। मान लें बैंक द्वारा प्रदत्त ब्याज दर 8% प्रति वर्ष है। इसके अनुसार, 5 साल के लिए FD में 5,00,000 रुपये का निवेश करने पर, उसे 5 साल के बाद 6,40,000 रुपये की राशि मिलेगी।
RD (रिकरिंग डिपॉजिट):
अगर वह अपने पास उपलब्ध 5,00,000 रुपये को RD में जमा करता है, तो उसे नियमित अंतराल में प्रतिमाह निश्चित राशि जमा करनी होगी।
मान लें वह हर महीने 10,000 रुपये की राशि को RD में जमा करता है। इसके अनुसार, जब वह 5 साल तक नियमित रूप से जमा करता है, तो उसे 5 साल के बाद कुल 6,22,500 रुपये की राशि मिलेगी।
इस उदाहरण से हम यहां देख सकते हैं कि FD में व्यक्ति को एक बार में पूरी राशि जमा करनी होती है और ब्याज उसी राशि पर दिया जाता है। वहां RD में व्यक्ति नियमित अंतराल में निश्चित राशि जमा करता है और ब्याज राशि धीरे-धीरे बढ़ती रहती है।
इस प्रकार, FD और RD में मुख्य अंतर हैं कि FD में एक बार में एक बड़ी राशि जमा होती है, जबकि RD में नियमित अंतराल में निश्चित राशि जमा होती है। यह उदाहरण आपको दिखा सकता है कि कैसे इन दोनों खातों में निवेश करने पर ब्याज राशि और आपकी वापसी में अंतर हो सकता है।
इन उदाहरणों के माध्यम से आप समझ सकते हैं कि FD और RD में निवेश करने के तरीके और लाभों में कुछ मुख्य अंतर होते हैं। आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों, आवश्यकताओं और निवेश सामर्थ्य के आधार पर सही विकल्प का चयन करना चाहिए।
डिस्क्लेमर - इस लेख में दी गई जानकारी केवल सूचना और शिक्षा के लिए हैं। इसे निवेश की सलाह न माना जाए। किसी भी निवेश से पहले आप निवेश सलाहकारों से राय लें। निवेश से संबंधित किसी भी मामले में Ultimate Filmy जिम्मेदार नहीं है।
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